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आज भी अंग्रेजों के जमाने में जी रहे हैं कैंट वासी – एडवोकेट मनीषा जैन

कहा – बिना कारण बताए अक्सर बंद कर दिए जाते हैं कैंट में बैरियर

कहा – लोगों को काफी दिक्कत व परेशानी का करना पड़ता है सामना

जालंधर कैंट, एच एस चावला।

जालंधर छावनी के निवासी लंबे समय से आर्मी के द्वारा की जाने वाली गलत नियमों से प्रताड़ित हो रहे हैं। बिना कारण बताए अक्सर कैंट में बैरियर बंद कर दिए जाते हैं , जिससे रास्ते बंद हो जाते हैं और लोगों को काफी दिक्कत व परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन शब्दों का प्रगटावा कैंट वासी एडवोकेट मनीषा जैन ने G INDIA NEWS के प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए किया।

एडवोकेट मनीषा जैन ने कहा कि तोपखाना रोड जिस पर चार स्कूल व एक कॉलेज है, के 1 किलोमीटर के रास्ते में चार स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है। जिस कारण स्कूल ऑफिस व प्रतिदिन आने जाने वाले लोगों को बहुत परेशानी होती है, जिसके चलते अक्सर एक्सीडेंट होने का डर बना रहता है। यही नहीं ट्रैफिक जाम हो जाने की वजह से लोग अपने काम पर व विद्यार्थी अपने स्कूलों में देरी से पहुंचते हैं।

एडवोकेट मनीषा जैन ने कहा कि बैरियर बंद होने के कारण आसपास के लोग अब खरीदारी करने के लिए शहर को जाने लगे हैं, जिससे कैंट के व्यापारी वर्ग में भी निराशा पाई जा रही है क्योंकि उनका व्योपार अब पहले जैसा नहीं रहा।

एडवोकेट मनीषा जैन ने कहा कि स्थानीय निवासी जो सदैव आर्मी के प्रति सहयोगी रहे हैं। वह यह जानना चाहते हैं कि कार और स्कूटर सवार व्यक्ति के डाक्यूमेंट्स चैक किए जाते हैं पर जो गली गली में कूड़ा बीनने वाले और भिखारी घूम रहे हैं, उनके पास कौन से डॉक्यूमेंट है। जिनकी संख्या पिछले 2 साल से बढ़ रही है लेकिन आज तक इन पर कोई कारवाई नहीं की गई। जो किसी भी संभावित दुर्घटना का कारण बन सकती है।

एडवोकेट मनीषा जैन ने कहा कि इन कारणों से छावनी निवासियों को लगता है कि आज भी वह अंग्रेजों के जमाने में जी रहे हैं। उन्होंने छावनी वासियों की ओर से आर्मी प्रशासन व कैंटोनमेंट बोर्ड प्रशासन को अपील है की इन सभी मुद्दों को बैठकर सुलझाया जाए। जिससे भविष्य में किसी को परेशानी ना हो और आम जनता को इस समस्या से निजात मिल सके।

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