

दिवाली के त्योहार के बीच राजस्थान के जयपुर में एक परिवार नोटिस लिखकर लापता हो गया। परिवार के सात लोग घर के गेट पर नोटिस लिखकर लापता हो गए। यह मामला जयपुर ग्रामीण के रेनवाल थाना क्षेत्र के बासड़ी खुर्द ग्राम पंचायत के सावंत का बास गांव का है।
घर से लापता होने से पहले परिवार ने गेट के बाहर नोटिस बोर्ड लगाया। वहीं परिवार के मेन गेट पर इस तरह का नोटिस लोगों ने चिपका देखा तो गांव में हड़कंप मच गया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। वहीं जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिन पहले गांव के ही दो परिवारों में मारपीट की वारदात हुई थी। मारपीट की वारदात को लेकर एक परिवार ने सरपंच और गांव के अन्य लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। वहीं इस मामले में सरपंच ने इन सभी आरोपों को गलत बताया हैं। इधर, पीड़ित परिवार की महिलाओं का कहना है गांव के कुछ युवक उसके साथ बदतमीजी करते हैं और उसकी बेटी को भी छेड़ते हैं।
परिवार ने नोटिस में लिखा है यह
दिवाली त्योहार से एक दिन पहले लापता हुए परिवार ने आरोप लगाते हुए लिखा है कि आज हम सभी घरवाले दीपावली के त्योहार पर गांव छोड़ कर जा रहे हैं, क्योंकि यादव समाज के कुछ लोगों ने हमें और हमारे परिवार को घर व गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। समाज के दूसरे लोगों ने भी तमाशा देखा और कुछ नहीं किया, इसलिए हमारे पास और कोई रास्ता नहीं बचा है। हमारे गांव छोड़ने के जिम्मेदार सरपंच जगन्नाथ यादव, जगदीश ठेकेदार, रामधन जी अधिवक्ता, लक्ष्मी निवास यादव पंचायत सदस्य, ओमप्रकाश ठुकरान, कानाराम डागर, राजू सिगड़ आदि लोग हैं। समाज के बाकी लोगो ने मिलकर तमाशा देखा और कुछ नहीं किया।