JalandharPunjab

लोकल मिल्ट्री अथॉरिटी द्वारा कैंट की सड़कें बंद करने के प्रस्ताव का सिविल सदस्य शुक्ला ने किया जोरदार विरोध

कहा – कानून के मुताबिक आर्मी किसी भी रोड को बंद नहीं कर सकती

कहा- वह किसी भी सूरत में लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे

जालंधर कैंट, एच एस चावला।

जालंधर कैंट की सड़कों को बंद करने अथवा खोलने को लेकर वीरवार को कैंटोनमेंट बोर्ड जालंधर की एक बैठक ब्रिगेडियर संयोग सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई। इस मौके कैंटोनमेंट बोर्ड जालंधर के सीईओ राम स्वरूप हरितवाल व सिविल सदस्य पुनीत भारती शुक्ला भी मौजूद थे।

बैठक में लोकल मिल्ट्री अथारटी की ओर से 4 मुद्दे पेश किये गए, जिसमें सड़कों को बंद करने का प्रस्ताव पेश किया। इस मुद्दों का सिविल सदस्य पुनीत भारती शुक्ला ने जमकर विरोध किया। पहला मुद्दा गुरु नानक रोड के बंद करने के संबंध में था, इसमें लोकल मिलिट्री अथारिटी ने बोर्ड से अनुरोध किया कि सुरक्षा की दृष्टि से गुरु नानक रोड , आरए बाजार लिंक रोड व माल रोड को पक्के तौर पर बंद किया जाए । इसके साथ – साथ लोकल मिलिट्री अथारिटी ने रात 10 से सुबह छह बजे तक छावनी को बड़िंग से जोड़ते चेक पोस्ट नंबर 4 , छावनी को सोफी पिंड से जोड़ते चेक पोस्ट नंबर 7 , छावनी को खुसरूपुर से जोड़ते चेक पोस्ट नंबर 8 और गढ़ा गांव को छावनी से जोड़ते चेक पोस्ट नंबर 10 को बंद करने का आग्रह किया । इसके बाद बोर्ड में पास कर उपरोक्त सड़कें पक्के तौर पर और आंशिक तौर पर बंद रखने का प्रस्ताव पेश किया गया।

लोकल मिल्ट्री अथारटी के इस प्रस्ताव का जोरदार विरोध करते हुए सिविल सदस्य पुनीत भारती शुक्ला ने कहा कि इसका लोगों की जिंदगी , विद्यार्थियों , व्यापार , कारोबार पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने लोगों की मानसिक परेशानी के मद्देनजर व लोगों के मौलिक अधिकारों के हनन का वास्ता देते हुए कहा वह इसका विरोध करते हैं।

पुनीत भारती शुक्ल ने कहा कि कानून के मुताबिक आर्मी किसी भी रोड को बंद नहीं कर सकती। यदि आर्मी को कुछ समय के लिए सड़क बंद करनी है तो वह सड़क बंद करने से पहले बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को लेकर आए और कैंटोनमेंट बोर्ड एक्ट के मुताबिक जनता से उस बाबत एतराज भी मांगे, उसके बाद सड़क को बंद किया जा सकता है। पुनीत भारती शुक्ला ने कहा कि वह पब्लिक के नुमाइंदे हैं और वह किसी भी सूरत में लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button