
जालंधर/एस एस चहल / एच एस चावला
यूको बैंक में लूट करने वाला मुख्य आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। लूट के बाद गोपी राजस्थान के जयपुर भाग गया था। वहां वह एक होटल में वेटर की नौकरी कर रहा था। वहां से जालंधर लौटा को पुलिस ने उसे बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। वह अमृतसर भागने की फिराक में था।
पुलिस को गोपी के बारे में पता चल गया था कि वह जयपुर में किसी होटल में वेटर का काम कर रहा है। पुलिस ने वहां पर दबिश दी, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। पुलिस के आने की भनक गोपी को पहले ही लग गई थी। वह पुलिस से बचने के लिए जालंधर भाग आया।

17 अक्टूबर को जब यह पता चला कि उसे जालंधर में पुलिस पकड़ सकती है तो वह बस से अमृतसर भागने के लिए बस अड्डे पर पहुंचा। लेकिन पुलिस ने वहां पहले ही अपना जाल बिछाया हुआ था। उस जाल में गोपी फंस गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में गोपी ने बताया है कि वह लूटे गए पैसों में लाखों रुपए जुए में हार चुका है।
पुलिस को गोपी के पास से वारदात में प्रयोग किया गया रिवाल्वर, एक लाख कैश और बैंक में महिला अधिकारी से जो गन पॉइंट पर आभूषण लूटे थे वह बरामद हो गए हैं। गोपी के पास से मिला रिवाल्वर उसका लाइसेंसी है, लेकिन केस दर्ज होने के बाद लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ। गोपी ने रिवाल्वर को जमा करवाने की बजाय अवैध रूप से अपने पास रखा हुआ था।

बता दें कि इससे पहले पुलिस ने यूको बैंक में लूट करने वाले 4 आरोपियों में से 3 अजयपाल उर्फ निहंग, विनय तिवारी और तरुण को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। बैंक में 4 में से 3 लुटेरे गए थे। लुटेरों ने गन पॉइंट पर बैंक में स्टाफ और लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद 13.84 लाख रुपया लूट कर ले गए थे। इतना ही नहीं बैंक में काम करने वाली एक महिला अधिकारी के हाथ में पहनी 2 सोने की अंगूठियां, 2 सोने की चूड़ियां, कानों से बालियां और गले में पहनी सोने की चेन भी लूट कर ले गए थे।