JalandharPunjab

जालंधर कैंट में सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र का शुभारम्भ

जालंधर, एच एस चावला।

सतयुग दर्शन ट्रस्ट (रजि.) द्वारा जालंधर कैंट में सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र की 19वीं शाखा का शुभारम्भ किया गया। सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र में प्रयाग संगीत समिति के प्रवेशिसे लेकर संगीत प्रभाकर शिक्षण व्यवस्था
का समुचित प्रबन्ध है। यहाँ संगीत शिक्षा प्रदान की जाएगी। शिक्षण के लिए भिन्न भिन्न विधाओं अर्थात् गायन, वादन व नृत्य में क्षत अध्यापकों की नियुक्ति की गयी है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी, मैनेजिंग ट्रस्टी श्रीमती
रश्मा गांधी जी, चेयरपर्सन श्रीमती अनुपमा तलवार द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर साडा है सजन राम, राम है कुल जहान (अर्थात ईश्वर हमारा मित्र प्रियतम सर्वव्यापक है, उसी को जानो, मानो और वैसे ही गुण अपनाओ) मन्त्रोच्चारण से किया गया, तत्पश्चात बाल कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी गयीं। संगीत कला केन्द्र की अध्यापिका द्वारा कत्थक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।

इस अवसर पर सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी ने अपने वक्तव्य में बताया कि सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र में संगीत की शिक्षा देने का मुख्य उद्देश्य सात्विक भावों का उत्थान करना, संगीत के माध्यम से संयमित जीवन, शुद्ध आचार-विचार, विद्यार्थी
जीवन की ओजस्विता एवं बड़ों के प्रति आदर एवं सम्मान के गुणों का विकास करना है।
सभी ललित कलाओं में संगीत को सर्वश्रेष्ठ मानने एवं आध्यात्मिकता के रंगों से आप्लावित
कला का स्थान देने का कारण यही है कि साधक जब कला की साधना करता है तो वह
कला में एकाकार हो जाता है। उसे स्थान, समय, भूख व प्यास किसी भी चीज़ का ध्यान
नही रहता है, यही अवस्था उसे वास्तविक सत्य से परिचित कराती है, और इसी कारण
सभी कष्ट-क्लेशों से मुक्ति प्राप्त होती है।

चेयरपर्सन श्रीमती अनुपमा तलवार ने बताया कि यह कला केन्द्र फरीदाबाद के अतिरिक्त
गुड़गाँव, जालन्धर शहर, अम्बाला कैन्ट, सहारनपुर, पानीपत, रोहतक, दिल्ली, लुधियाना इत्यादि में भी संगीत शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। यह कला केन्द्र पूर्णतया वातानुकूलित व आधुनिक तकनीक तथा उपकरणों से सुसज्जित है।

कार्यक्रम के अन्त में केन्द्र व्यवस्थापक प्राचार्य दीपेंद्र कान्त ने मुख्य अतिथि सहित सभी
बच्चों, अभिभावकों, मीडिया कर्मियों एवं ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया
साथ ही सभी जालंधर कैंट वासियों को इस कला का लाभ उठाने के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर राजीव नागपाल, रविंद्र सचदेवा, मीनू, मीना सिक्का उपस्थित थे। मंच
संचालन नवीन नागिया ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button