




मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी जिले (Sidhi district) में कुछ पत्रकारों के कपड़े उतरवाकर अंडरवियर ( journalists stripped) में थाने में खड़ा करने की सामने आई फोटो आज गुरुवार को देशभर में सुर्खियों में छाई रहीं. इन में एक फोटो पत्रकार समेत 9 लोग अंडरवियर में नजर आ रहे हैं. मामला मुख्यमंत्री के पास तक पहुंचा तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीधी थाना के प्रभारी और एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया गया है. मामले की जांच एक सीनियर पुलिस अधिकारी को सौंपी गई है.
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी जिले की पुलिस द्वारा एक नाट्य कलाकार की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक पत्रकार सहित आठ व्यक्तियों को हिरासत में लेकर लॉकअप में केवल चड्डी छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने के मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ( Madhya PradeshHuman Rights Commission) ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक (DGP) और रीवा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से एक सप्ताह में जवाब मांगा. बता दें कि शुक्रवार को ही इस मामले में आरोपी एसएच और एक पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि सीधी जिला मुख्यालय की कोतवाली थाना पुलिस ने दो अप्रैल 2022 को आठ लोगों के न केवल कपड़े उतरवाए, बल्कि उनके अर्धनग्न फोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी करवा दिए. उन्होंने कहा, इस मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने मध्यप्रदेश के डीजीपी और आईजी रीवा से एक सप्ताह में जवाब मांगा है.
बता दें कि सीधी जिला रीवा संभाग में आता है. दरअसल, इंद्रावती नाट्य समिति के संचालक एवं नाट्य कलाकार नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी के विरोध में नाट्य कलाकारों ने दो अप्रैल को सीधी जिले की कोतवाली थाने के समक्ष शासन के खिलाफ नारेबाजी की थी. शांति भंग की संभावना को देखते हुये इन प्रदर्शनकारियों को पुलिस हिरासत में लिया गया था. बाद में एक पत्रकार सहित आठ व्यक्तियों को लॉकअप में केवल चड्डी छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारने के लिए कथित रूप से बाध्य कर दिया था

