PM मोदी ने गुस्से में दिग्गज पत्रकारों को दिखाया आईना, कहा- आप लोग बुजदिल की तरह डरे हुए हो
PM Modi has said that the media is now working trapped in a special ecosystem
आप लोग बुजदिल की तरह डरे हुए हो PM मोदी ने गुस्से में देश के दिग्गज पत्रकारों को दिखाया आईना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर देशभर के मीडिया संस्थानों को इंटरव्यू दे रहे हैं। पीएम मोदी ने हाल ही में एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पत्रकारों और मीडिया के कामों करने के तरीकों पर अफसोस जताया है।
पीएम मोदी ने कहा है कि मीडिया अब एक खास तरह के इकोसिस्टम में फंसकर काम कर रही है। इस इंटरव्यू को लेने वावे देश कुछ दिग्गज पत्रकारों को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने उन्हें ‘बुजदिल’ कहकर संबोधित किया। पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि पत्रकारों के मन में कुछ और होता है और वह सवाल कुछ और पूछते हैं।
पीएम मोदी ने ”आजतक” को दिए इंटरव्यू में ये भी कहा कि, उन्हें भारती मीडिया का हाल देखकर दुख भी होता है…क्योंकि भारत का एक भी मीडिया चैनल ग्लोबल नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि, वह भी गर्व से कहना चाहते हैं कि भारत का कोई ग्लोबल चैनल है।
राहुल कंवल सवाल करते हैं, प्रधानमंत्री जी, जितने भी लोग इस इंटरव्यू को देख रहे हैं, मेरे साथी भी ये माने, कि ये बहुत सॉलिड इंटरव्यू था? आपसे सारे मुश्किल सवाल पूछे गए हैं?
इसपर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा,
”यही मेरा आप लोगों से शिकायत है। ये मुश्किल शब्द आपका…आपका नहीं है…एक इकोसिस्टम ने आप लोगों को डराकर के रखा हुआ है। आप लोग बुजदिल की तरह डरे हुए हो…। उनके सेट किए एजेंडे का सवाल लिए घूम रहे हो। आपको भले बुरा लगे लेकिन मैं सच कह रहा हूं…आप सब लोग दबाव में जी रहे हो। और मैं मानता हूं, मैं पत्रकारों से उनके हाल और तबीयत वैगरह पूछता हूं। मुझे ऐसा लगता है कि पत्रकारों के दिलों में कुछ और है, उनके अनुभव कुछ और हैं, लेकिन एक इकोसिस्टम ने ऐसे सवाल बनाकर खड़े कर दिए हैं। आप तब तक एक पत्रकार नहीं हैं, आप तक तक न्यूट्रल नहीं हैं…जब तक ये पूछे नहीं। इस मुसीबत से मुझे आपको भी निकालना है, वो काम भी एक दिन मैं ही करूंगा।”
पीएम मोदी ने इस इंटरव्यू में ये भी पूछा गया था कि, ”मोदी जी, आप प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते?” पीएम मोदी ने इसपर कहा,
”पहले लोग खबरों में बने रहने के लिए मीडिया को अपनी एकतरफा बातें बताते थे। मुझे वह कल्चर पसंद नहीं है। मैं गरीबों के दरवाजे पर जाना चाहता हूं, मैं इस देश के लोगों से जुड़ना चाहता हूं। आज मीडिया पहले की तरह तटस्थ नहीं है। आज कई मीडियम हैं। मैं संसद के प्रति जवाबदेह हूं। मैं वहां सभी सवालों का जवाब देता हूं।