




अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेक न्यूज फैलाने से रोकने के लिए रूस नया कानून लेकर आया है। सशस्त्र बलों के बारे में ”झूठी” सूचना फैलाने पर 15 साल तक की जेल की सजा हो सकती है।
रूस में बीबीसी, सीबीसी और ब्लूमबर्ग ने अपने पत्रकारों का कामकाज निलंबित कर दिया है।
लंदन: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेक न्यूज फैलाने से रोकने के लिए लाए गए रूस के नए कानून को मीडिया की स्वतंत्रता के खिलाफ बताते हुए ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी), कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कार्पोरेशन (सीबीसी) और अमेरिका स्थित ब्लूमबर्ग ने रूस में अपने पत्रकारों का कामकाज अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
इस कानून के तहत देश के सशस्त्र बलों के बारे में ”झूठी” सूचना फैलाने पर किसी व्यक्ति को 15 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिका और उसके पश्चिमी यूरोपीय सहयोगियों जैसे रूस के दुश्मनों द्वारा रूसी लोगों के बीच झगड़ा कराने की कोशिश में झूठी सूचना फैलाई जाती है।
बीबीसी ने शुक्रवार को कहा कि रूस के एक नया कानून लाने के बाद उसके पास रूस में अपने पत्रकारों का कामकाज अस्थायी रूप से निलंबित करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
बीबीसी के महानिदेशक टिम डेवी ने कहा कि यह कानून ”स्वतंत्र पत्रकारिता की प्रक्रिया का अपराधीकरण करता प्रतीत” होता है और बीबीसी स्टाफ की सुरक्षा ”सर्वोपरि” है। उन्होंने कहा कि रूसी में बीबीसी समाचार सेवा रूस के बाहर से काम करना जारी रखेगी।
बीबीसी न्यूज़ के एक अंतरिम निदेशक जोनाथन मुनरो ने कहा कि बीबीसी रूस से पत्रकारों को बाहर नहीं निकाल रहा है, बल्कि नए कानून के प्रभाव का आकलन कर रहा है।
देश के सार्वजनिक प्रसारक सीबीसी ने कहा कि उसने रूस में ग्राउंड रिपोर्टिंग को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है ताकि वह नए कानून पर स्पष्टता की मांग कर सके।
सीबीसी ने एक बयान में कहा कि वह कानून के बारे में बहुत चिंतित है, जो यूक्रेन और रूस में मौजूदा स्थिति पर स्वतंत्र रिपोर्टिंग को अपराधीकरण करने के लिए प्रतीत होता है।
अमेरिका स्थित ब्लूमबर्ग न्यूज ने कहा कि वह रूस के अंदर अपने पत्रकारों के काम को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर रहा है। ब्लूमबर्ग के प्रधान संपादक जॉन मिकलेथवेट ने एक बयान में कहा कि आपराधिक संहिता में बदलाव देश के अंदर सामान्य पत्रकारिता के किसी भी प्रकार को जारी रखना असंभव बनाता है।
बता दें कि, बीते 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था जो अब दूसरे हफ्ते में भी जारी है।

