




नकोदर / जालंधर (एस के वर्मा ): नकोदर से विधायक इंद्रजीत कौर मान ने आज कहा कि धरती निचले पानी को बचाने के लिए सांझा प्रयास करने की ज़रूरत है ,जिससे धरती निचले पानी के गिर रहे स्तर को और नीचे जाने से रोक जा सके । कृषि विभाग पंजाब की तरफ से सावन की फ़सल की फ़सलों की काश्त सम्बन्धित किसानों को तकनीकी जानकारी देने के लिए स्थानीय पेलेस में लगाए गए ज़िला स्तरीय किसान प्रशिक्षण कैंप में उद्घाटन भाषण देते विधायक इन्द्रजीत कौर मान ने कहा कि धरती निचले पानी को बचाना और खेती को लाभदायक बनाना समय की मुख्य ज़रूरत है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से धान की काशत सीधा बीज के द्वारा करने सम्बन्धित किसानों के रुझान में विस्तार करने के लिए विशेष आदेश जारी किए जा रहे हैं जिससे पानी जैसेमते कुदरती स्त्रोत की बचत की जा सके। उन्होंने इस मौके किसानों को फ़सल की अवशेष की संभाल करने के लिए भी प्रेरित किया और बताया कि बीर गाँव नकोदर में लगाए गए पराली से बिजली बनाने जैसे यूनिट के द्वारा पराळी को जलाने के रुझान को रोका जा सकता है। उन्होंने कैंप में किसानों के लिए तकनीकी जानकारियों के साथ प्रदरशनियों का दौरा करते विभाग के इस प्रयास की प्रशंसा करते कहा कि ऐसे जागरूकता कैंपों के द्वारा किसानों को प्राकृतिक साधनों को बचाने और लाभदायक खेती करने के लिए ब्लाक और गाँव स्तर तक प्रेरित करने के लिए प्रयास किये जाएँ। इस से पहले मुख्य कृषि अधिकारी, जालंधर डा. सुरिन्दर सिंह जालंधर ने सब को स्वागत कहते ज़िले की खेती की प्रगति पर रौशनी डालते बताया कि कृषि विभाग जालंधर की तरफ से इस साल मक्का नीचे 8000 हैक., बासमती नीचे 22000 हैक. क्षेत्रफल बिजवाने का लक्ष्य है। इसी तरह ज़िले में धान की सीधी बिजवाई नीचे क्षेत्रफल और बढ़ाया जायेगा। पंजाब सरकार के पानी बचाओ, पंजाब बचाओ के नारे अनुसार राज्य में सीधा बीज के द्वारा बिजई करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वह पिछले साल कामयाबी के साथ धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों के साथ संबंध कायम करने और धान की काशत इस विधि के द्वारा करके खेती खर्च किए बचाने और साथ ही पानी की भी बचत करे ।उन्होंने आगे बताया कि पिछले साल धान की सीधी बिजवाई सफलता के साथ करने वाले किसानों के अनुभवो पर आधारित तकनीकी पर्चा किसानो में बाँटा जा रहा है जिससे कि किसान इससे सीध लेते हुए इस साल धान की सीधी बिजवाई कर सकें। डा. सिंह ने आगे बताया कि विभाग की तरफ से ज़िले में पिछले सालों दौरान 1426 खेती मशीनरी सेवा सैंटरें, पंचायतों और सहकारी सभायें को कुल 3800 अलग -अलग मशीनें, 2177 व्यक्तिगत किसानो को 2617 अलग -अलग मशीनें सब्सिडी पर मुहैया की गई। आत्मा स्कीम की वित्तीय मदद के साथ लगाए गए इस कैंप में कृषि इंज. (यंत्र) जालंधर इंज. मनमोहन कालिया ने किसाना को गेहूँ की पराली को ज़मीन में ही बोने उपरांत ही आगे वाली फ़सल की काश्त करने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने किसानों को रात समय पर कम्बाईनें न चलाने बारे हिदायतें से भी जानकार करवाया। इस मौके डा. परमजीत सिंह प्राजैकट अधिकारी गन्ना कम ज़िला किसान प्रशिक्षण अधिकारी जालंधर ने किसानों को गन्ना की काश्त की महत्ता बारे के बारे में जानकारी दी। कैंप में खेती के साथ जुड़े अलग -अलग विभाग जैसे कि बाग़बानी विभाग से डा. सुखदीप सिंह हुन्दल डिप्टी डायरैक्टर बाग़बानी, पशु पालन विभाग से डा अजय, डा. अमनदीप सिंह, डा. राम मूर्ति, भूमि और पानी रक्षा विभाग से डा. दिलावर सिंह, डेयरी विकास विभाग से डा. दविन्दर सिंह डिप्टी डायरैक्टर डेयरी ने किसानों को अपने विभागों की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। कृषि अधिकारी डा. सुखराजबीर सिंह, डा. गुरिन्दरजीत सिंह, डा. बलवान चंद, डा. हरप्रीत सिंह, डा जसविन्दर सिंह, डा. अरुण कोहली कृषि विस्तार अधिकारी श्री महेन्दर सिंह, सुखविन्दर सिंह भी इस मौके मौजूद थे। पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना से डा. गुलजार सिंह डायरैक्टर रीजनल रिर्सच स्टेशन कपूरथला ने गन्ना की खेती बारे, डा. मनिन्दर सिंह ज़िला पसार माहिर ने सावन की फ़सल की फ़सलों की काशत की सिफारश,डा. बलबीर कौर ने सब्जियाँ की काशत और बेहतर मंडीकारी के बारे, डा. कंचन संधू ने घरेलू स्तर पर करने वाले अहम खेती कामों और डा. रोहत गुप्ता ने पशु पालन बारे किसानो को जानकारी दी। इन माहिरों के इलावा डा. गुरप्रीत सिंह सहायक मंडीकरन अधिकारी, डा गुरमीत सिंह रियाड़ कृषि अधिकारी, डा सुरजीत सिंह ए पी पी ओ, ऐसे लुपिन्दर कुमार भूमि और पानी रक्षा विभाग और डी पी डी आत्मा डा विपुल छाबड़ा और रमनदीप कौर ने भी किसानो को अलग अलग के बारे में जानकारी दी। ज़िक्रयोग्य है कि इस कैंप में इलाके भर से 1500 के करीब किसान और किसान प्यारो ने भाग लिया। कैंप में कृषि विभाग की तरफ से विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई थीं, जिनमें ज़िला भर के लगभग 30 किसानों और किसान प्यारो की तरफ से अपनी खेती को दिखातीं प्रदर्शनी लगाई गई। कैंप में कृषि विभाग, गन्ना सैक्शन, इंजनिअरिंग शाखा के इलावा बाग़बानी, डेरी, पशु पालन, भूमि और पानी रखा विभाग, के.वी.के. के इलावा स्व सहायता सभी की तरफ से भी प्रदर्शनी लगाई गई।

