




जालंधर ( एस के वर्मा ): डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आज बताया कि दिल्ली -अमृतसर कटरा ऐकसप्रैसवे, जालंधर बाइपास, अमृतसर -बठिंडा ग्रीनफील्ड बाइपास और जालंधर -होशियारपुर एन.एच -70 को चार मार्गीय करने सहित चार बड़े हाईवे प्रोजैक्टों के अंतर्गत ज़मीन एक्वायर करने के लिए जालंधर में अब तक ज़मीन मालिकों को 500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि बाँटी जा चुकी है। आज यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में अवार्ड बाँट सम्बन्धित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते डिप्टी कमिशनर ने आधिकारियों को कहा कि चल रहे प्रोजैक्टों को समय सिर पर पूरा करने को यकीनी बनाने के लिए सरकार की तरफ से जारी समय सीमा की सख़्ती के साथ पालना करते हुए अवार्ड बाँट की प्रक्रिया में तेज़ी लाई जाए।उन्होंने बताया कि हाईवे प्रोजैक्टों के अंतर्गत अब तक ज़मीन मालिकों को 505.11 करोड़ रुपए की राशि बाँटी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली -अमृतसर कटरा ऐकसप्रैसवे के अंतर्गत एस.डी.एम. नकोदर की तरफ से 28.97 करोड़ रुपए बाँटे जा चुके हैं। इसी तरह इसी प्राजैक्ट के अंतर्गत ऐस.डी.ऐम. जालंधर -2और एस.डी.एम. फिल्लौर की तरफ से क्रम अनुसार 128.55 करोड़ और 46.14 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं। डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि जालंधर बाइपास प्राजैकट के अंतर्गत 99 करोड़ रुपए की रकम और जालंधर -होश्यारपुर एन.एच – 70 को चार मार्गीय करने के अंतर्गत 198 करोड़ रुपए ज़मीन मालिकों को बाँटे जा चुके है। घनश्याम थोरी ने सम्बन्धित एस.डी.एमज़ को अवार्ड बाँट प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस काम में किसी भी किस्म की ढील बरदाश्त नहीं की जायेगी और समय सीमा की पालना में लापरवाही करने वालों की जवाबदेही तय की जाएगी। इस दौरान उन्होंने इन प्रोजैक्टों अधीन आते सभी ज़मीन मालिकों को अपना मुआवज़ा प्राप्त करने के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि ज़मीन मालिक अपना मुआवज़ा प्राप्त करने के बाद भी लैड्ड इनहैंसमैंट के लिए आरबिट्रेटरों के पास अपील दायर कर सकते है, इस लिए, उनको अथारटी से अपना मुआवज़ा प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने इन प्रोजैक्टों को बहुत अहम करार देते कहा कि यह हाईवे प्राजैकट रोज़ाना हज़ारों यात्रियों को सुविधा प्रदान करेंगे।

