जालंधर (एस के वर्मा ): डिप्टी कमिशनर -कम -चेयरमैन जालंधर इम्परूवमैंट ट्रस्ट (जे.आई.टी.) घनश्याम थोरी ने आज जे.आई.टी. दफ़्तर की अचानक चैकिंग की, जहाँ उन्होंने सभी अधिकारियों को पब्लिक डिलिंग के कामों को पहल देने के आदेश दिए ,क्योंकि कुल 120 ग़ुम हुई फाइलों में से 112 फाइलें पहले ही मिल चुकी है । दफ़्तरी रिकार्ड में रखने के इलावा चीफ़ विजीलैंस दफ़्तर की तरफ से भी अधिक से अधिक फाइलें वापस कर दी गई है, जो जांच के उदेशय से पहले अपने कब्ज़े में ली गई थी।
आज यहाँ ट्रस्ट के दफ़्तर में जे.आई.टी. के कर्मचारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते डिप्टी कमिशनर ने कहा कि उनकी तरफ से नियमित तौर पर इस दफ़्तर के कामकाज की निगरानी की जाएगी और दफ़्तर में अपने काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को परेशान करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा। डिप्टी कमिशनर, जिनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (शहरी विकास) आशिका जैन भी मौजूद थे, ने बताया कि रिकार्ड कीपर के बयान अनुसार 112 फाइलें बरामद की जा चुकी है, जो पहले गायब हो गई थी। इसी तरह चीफ़ विजीलैंस दफ़्तर से कुल 77 फाइलें प्राप्त हुई हैं, जो कि जांच के उदेशय से ली गई थी। उन्होंने बताया कि इस दफ़्तर में तुरंत प्रभाव के साथ पब्लिक डिलिंग फिर शुरू की जानी चाहिए और किसी को भी ‘ग़ुम हुई फाइल ‘कारण वापस नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन 77 फाइलों में 8 ग़ुम हुई फाइलें भी शामिल है। डिप्टी कमिशनर ने आधिकारियों को अलग -अलग योजनाओं के अंतर्गत ट्रस्ट की तरफ से अलाट की जायदादों के सम्बन्ध में अलग -अलग सेवाओं के लिए ट्रस्ट के दफ़्तर में आने वाले लोगों की मदद करने के लिए तनदेही के साथ काम करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी और यदि अलाटियो की तरफ से किसी किस्म की शिकायत मिलती है तो लापरवाही करने वाले अधिकारियों ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की जाएगी।
इस दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (शहरी विकास) आशिका जैन ने भी दफ़्तर की अचानक चैकिंग की और अधिकारियों को दफ़्तर में अपनी हाज़री यकीनी बनाने के लिए कहा। उन्होंने जांच समिति की बैठक की अध्यक्षता भी की और ट्रस्ट आधिकारियों को सभी बरामद की फाइलों की पड़ताल करने और एक सप्ताह के अंदर चेयरमैन को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। समिति की तरफ से सस्पैंड ईओ परमिन्दर सिंह गिल को एक सप्ताह में समिति सामने पेश होने के लिए भी लिखा गया, जिससे चल रही जांच को समय पर ख़त्म किया जा सके। इस मौके कार्यसाधक अधिकारी राजेश कुमार और जालंधर इम्परूवमैंट ट्रस्ट के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

