विजिलेंस ब्यूरो ने जालंधर की नकदोर तहसील के रजिस्ट्री क्लर्क पर शिकंजा कसा है। विजिलेंस की टीम ने क्लर्क प्रशांत जोशी को इनकम सर्टिफिकेट बनाने की एवज में रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। नकोदर के रजिस्ट्री क्लर्क को रिश्वत के पैसों के साथ पकड़ने के लिए विजिलेंस की टीम लुधियाना के विजिलेंस डीएसपी इंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में आई थी।
लुधियाना विजिलेंस के डीएसपी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि नकोदर के ही रहने वाले प्रदीप सिंह हैप्पी ने विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत दी थी कि नकोदर तहसील में रजिस्ट्री क्लर्क उसका इनकम सर्टिफिकेट नहीं बना रहा है। वह इनकम सर्टिफिकेट बनाने की एवज में 10 हजार रुपए की मांग कर रहा है। प्रदीप सिंह हैप्पी की शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने इसकी जांच करवाई।जांच में शिकायत के सारे तथ्य सही पाए गए। इसके बाद विजिलेंस के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता प्रदीप सिंह हैप्पी को दफ्तर में बुलाया और उसे सारी प्लानिंग समझाई। हैप्पी ने प्लानिंग के अनुसार रजिस्ट्री क्लर्क के साथ पैसों के लेन देन को लेकर बारगेनिंग की तो मामला 6 हजार रुपए पर आकर सेटल हो गया।
इसके बाद विजिलेंस की टीम ने प्लानिंग केल तहत पूरा ट्रैप लगाया। शिकायतकर्ता प्रदीप सिंह हैप्पी को विजिलेंस ने केमिकल पाउडर लगे नोट देकर रजिस्ट्री क्लर्क प्रशांत जोशी के पास भेजा। जैसे ही प्रशांत जोशी ने हैप्पी से पैसे लेकर अपनी जेब में डाले तो ऊपर से विजिलेंस की टीम ने छापामारी कर दी।