डीएवी यूनिवर्सिटी के तीन रिसर्चर्स को मिला विश्व के टॉप 2 परसेंट साइंटिस्ट्स में स्थान
जालंधर, 14 अक्टूबर/ डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर के तीन रिसर्चर्स – डॉ माणिक शर्मा, डॉ केशव वालिया और डॉ राजेश जोशी – ने दुनिया के प्रतिष्ठित शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है। इस वर्ष की सूची हाल ही में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित की गई है। दो प्रतिशत वैज्ञानिकों के नाम पब्लिकेशंस, जर्नल इम्पैक्ट, साईटेशन और उनके स्कोपस प्रोफाइल के आधार पर पर चुने गए हैं।
डॉ माणिक शर्मा डीएवी यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस और टेक्नोलॉजी के डीन हैं। उन्हें शिक्षण और अनुसंधान का 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनकी रिसर्च में मशीन लर्निंग, ऑप्टिमाइजेशन टैकनीक, हेल्थ इन्फॉर्मेशन साइंस और स्मार्ट सिस्टम शामिल हैं। वह व्यावहारिक और मानसिक समस्याओं के डायग्नोज़ और ट्रीटमेंट के लिए एक स्मार्ट सिस्टम तैयार करने पर काम कर रहे हैं। वह टेक्नोलॉजी के माध्यम से मानवता समर्पित विश्व के सबसे बड़े तकनीकी पेशेवर संगठन आई ई ई ई के वरिष्ठ सदस्य और यूरोपियन अलायंस फॉर इनोवेशन के सदस्य भी हैं।
डॉ केशव वालिया फिजिक्स के एसोसिएट प्रोफेसर और डिपार्टमेंट कोऑर्डिनेटर हैं। वह प्लाज्मा फ़िज़िक्स में शोध कर रहे हैं। उनकी रिसर्च में लेजर-प्लाज्मा इंटरैक्शन, प्लाज्मा में नॉनलाइनियर वेव्स और पार्टिकल्स की अक्सेलरेशन शामिल हैं। उनके शोध का उद्देश्य लेजर-संचालित अस्थिरता की तकनीक का उपयोग करके ऊर्जा का एक वैकल्पिक स्रोत विकसित करना है।
डॉ राजेश जोशी गणित विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। वह इनफार्मेशन थ्योरी पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जर्नल्स में कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।उनके शोध क्षेत्र में कोडिंग सिद्धांत, डाइवर्जेंस, डिससिमिलैरिटीस और फज़ी सेट थ्योरी शामिल हैं।
तीनों को उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हुए वाईस-चांसलर डॉ मनोज कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में इन्नोवेशन और रिसर्च पर विशेष फोकस है। इन रिसर्चर्स ने यूनिवर्सिटी का सम्मान बढ़ाया है। डॉ के एन कौल के रजिस्ट्रार और विज्ञान के डीन डॉ आर के सेठ ने भी शोधकर्ताओं की सराहना की।